// चुनावी लहर..बर्बादी की कहर.. // मुँह में मिठास और दिल में जहर रखते हैं । मंच पर सद्भाव और जेहन में कहर रखते हैं । चुनावो में आंधी, तूफान, सुनामी जैसे लहरों से जीत गए, वो ऐसे सांपो के ज़हर रखते हैं । यह सल्तनत का खेल है, ज़रा बच के रहना , यहाँ अपने जेब मे ही बेगम की महर रखते हैं । गांवों की करेंगे हर बार यह बातें बड़ी उम्दा , सिर घुमाने पर फ़िर उम्मीदों में शहर रखते हैं । हम भी इन ओहदों के शोहदे रहे हैं अब तक , हर पाई - पाई पे , जर्रे-जर्रे पे नजर रखते हैं । ✒सुचिता पाण्डेय✍ #चुनावी_व्यंग #चुनावी_वादे #नेता_की_करनी_कथनी_हम_समझाएंगे #politics_nowadays #सुचितापाण्डेय #suchitapandey // चुनावी लहर.. //