खुशियां पसंद हैं मगर वेदनाएं लिखी हैं कोई विप्पती नहीं हैं मगर आपदाएं लिखी हैं नादानियां सोचा था मगर बेपरवाहीयां लिखी हैं किसी से कोई बैर नहीं मगर लड़ाईयां लिखी हैं शोर में रहना चाहती हूं मगर तन्हाईयां लिखी हैं शायद ,मेरी ज़िदंगी में तबाहियां लिखी हैं! शायद ,मेरी ज़िंदगी में तबाहियां लिखी हैं! Rashmi Shankar #तन्हाईयां