मेरे अंदर जो ये क्रब है आज उसे कुरेर कर देखा उसमे बहुत सी ख्वाहिशें दफ़न है दफ़न हुऐ अरमान है उन्हें आज में आजाद करना चाहती हूँ तेरे संग जीना चाहती हूँ तेरे संग ही ख्वाहिशों को पूरा कर दफ़न होना चाहती हूँ। ©Rajani #8LinePoet