ना देखा किसी ने.. ना किसी को खबर हुई.. सब मसरुफ़ थे, उन्हें अपनी ही फिक्र रही.. कुछ देर में एम्बुलेंस जाती दिखी.. शायद उसकी जान बच गई.. सड़क पर बेचैन लाशें.. फिर से चल पड़ीं..!! - गौरव सिन्हा #nojoto #masroof #hindi #selfish #nojotopoetry #nojotohindi