प्यार के एक आशियानें में ,नफरतों का शहर बसा लिया दूसरों से नफ़रत एक शौक-ऐ-आदत बना लिया चंद दिन है इस नाटक के शहर में, और तुमने गुलाब के शहर को कांटो से सजा लिया। :-प्रांजल भंडारी❤ #प्यार_की_शोगात_चाइये_नफरत_की_नही irslan khan Ritika suryavanshi