न राह तकुं तेरी मीरा सी हे कान्हा राधा कैसे बनु तू सखा मेरा बन कृष्णा सा मैं सखी तेरी कृष्णेय बनु तू राह दिखा हे मुरलीधर मैं तुमको देख चले चलु मेरे श्याम मुझे तू शक्ति दे मैं संग तेरे बस बढ़े चलु न कर्म पता न भेद तेरे मैं कर्म बाट पर कहाँ चलु तेरी बंशी गिरधर सुनी नहीं मैं संगीत की धुन में कैसे रमु मैं अबोध मुझे है ज्ञान कहाँ मैं जीव मात्र मेरे प्राण कहाँ हे गोपाला मेरे श्याम कृष्णा मुझे ज्ञान के दिए प्रदान करो मुझ तुक्ष जीव को मान दो मुझे शक्ति दो मुझे प्राण दो मेरी आत्मशक्ति का निखार करो मेरा शत शत नमन स्वीकार करो मेरा शत शत नमन स्वीकार करो || #Hindi #bhajan#krishna#bhajan