वो जितने गम दे रही है हमे उतनी ही खुशी हो रही है वो जितना कमज़ोर बना रही है हम उतना ही मज़बूत हो रहे है वो जितना दूर जा रही है हम उतना ही करीब आ गए है वो जितना तड़पा रही है हम उतने ही नशीले होते जा रहे है "वो अपनी हक्कीकत से हमे मिटा रही है हम ख़्वाबों के महल में उसे सजा रहे है" -Manku Allahabadi ख़्वाबों के महल #Dream #castleofdream #ishq #pyaar