beginning study ofapjकलाम अपनी हाइ स्कूल की पढ़ाई के लिए रामनाथपुरम चले गए, जहां Schwartz Higher Secondary School, Ramanathapuram में अपनी पढ़ाई पूरी की। इस दौरान उन्हें रामेश्वरम की शांति भी खलती थी। इसलिए घर जाने का कोई भी मौका नहीं छोड़ते थे। उस स्कूल के एक टीचर थे, अय्यादुरई सोलोमन (Iyadurai Solomon), कलाम उनके सबसे प्रिय स्टूडेंट थे। वे कहा करते थे “जिंदगी में कामयाब होने और नतीजे हासिल करने के लिए, तीन ताकतों पर काबू पाना बहुत जरूरी है- ख़्वाहिश, यकीन और उम्मीद” सोलोमन सर आगे कहते है “इससे पहले की मैं चाहूँ कुछ हो जाए, यह जरूरी है कि मेरे अंदर उसके लिए पूरी शिद्दत से ख़्वाहिश हो और यकीन हो कि वह होगा।” कलाम जब भी समुद्र में बगुलों और कुंजों को आसमान में परवाज़ भरते देखते थे तो उन्हें भी उड़ने का बड़ा मन करता था। वे हमेशा इस उम्मीद में रहते कि एक दिन वे भी खुले आसमान में उड़ेंगे। ©Adarsh Pandey APJ autobiography