और कब तक.. आखिर और कब तक रहोगे यूँ दूर-दूर हमसे, मिलना पड़ेगा एक दिन जरूर हमसे। ये कैसी बेरूखी है जो पाल रखी है तुमने, कह दो अगर हुआ है कोई कसूर हमसे। हम छोड देगें तुमसे युँ अपनापन रखना, तुम पुछते फिरोगे अपना कसूर हमसे। जब छीन जायेगा तुमसे ये शान-ऐ-बेनियाज़ी, तुम माँगते फिरोगे अपना ग़ुरूर हमसे।। #सुचिता और कब तक.. ! #yqdidi #औरकबतक #suchitapandey #ग़ुरूर_क्यों_आखिर #आखिर_क्यों #सुचितापाण्डेय