शायद धोखेबाजी में कुदरत की भी राजी है, क्यू कि आज मैने शुखे पत्तो को पेड़ से गिरते देखा है, बिझड़ने के गम में उन पत्तो को भी रोते देखा है, और पेड़ की शाखाओं को नए पत्तो के आने की खुशी में झूमते देखा है! @pakhi ufff ye dhokebaji