"मन्दिर वहीं बनेगा" ये नारा भूल जाते हैं, चलो विवादित भूमि पे हलवाई बैठाते हैं। धर्म जात के बन्धन पे चलो धूल चढ़ाते हैं, आओ यार! समोसे का निवाला खिलाते हैं। नफ़रत-ओ-रंजिश से ना होगा कुछ हासिल, चलो आओ यार, तुम्हें जलेबी चख़ाते हैं। अंगीठी पे अब मोहब्बत का काढ़ा बनाते हैं, चलो लस्सी से नफ़रत की प्यास बुझाते हैं। बनाते हैं हलवा, चलो सिंवयी भी बनाते हैं, चलो विवादित भूमि पे हलवाई बैठाते हैं। धर्म रक्षक कृपया दूर रहें, जलने की संभावना है। #yqbaba #dimri #riseabovereligion #ghazal #ग़ज़ल