कभी कभी मैं बहुत अकेली हो जाती हूं भीड़ तो बहुत है फिर भी ख़ामोश रह जाती हूं अपनो के बीच परायी सी हो जाती हूं एक अकेले कोने में बैठ कर बस आँशु बहाती हूं Angel Husain