ज्ञान का दीपक जला देते हैं अज्ञान सारे ही हमारे मिटा देते हैं मेरे राम। बात गर कोई बिगड़ गई हो तो बात बिगड़ी सारी बना देते हैं मेरे राम। जिन दोषों को हम दूर नहीं कर पाते दोष मेरे सारे मिटा देते हैं मेरे राम। मेरी दोनों बंद आंखें खुल जाती हैं रोशनी ऐसी जगमगा देते हैं मेरे राम। हम तो खुद को व तुमको भी भूले हैं याद अपनी दिला देते हैं मेरे राम। तुमसे मिले बिना बुझती नहीं प्यास मेरी तलब ऐसी जगा देते हैं मेरे राम। गुरुर मेरा झुक जाता है खुद से ही चोट मुझको ऐसी लगा देते हैं मेरे राम। राहों में गिरते हुए को सदा संभाल लेते हैं मंत्र ऐसा सुना देते हैं मेरे राम। -"Ek Soch" #collabzone #czरस #czशांत_रस