Nojoto: Largest Storytelling Platform

झरोखों से रोशनी आती है आती है झरोखों से रोशनी जो अ

झरोखों से रोशनी आती है
आती है झरोखों से रोशनी
जो अंधेरे में जुगनू से ख्वाब लाती है
जो जंजीरे अंधेरों को जकड़े बैठी हैं
वही जंजीरे आसमान में उड़ाती हैं
है तो चप्पल पैरों में
वो समय से पहले ही घिस गई है
पर है मेहनत मैं वो लिबाज
जिसके आगे सारी मुसीबतें पीस गई है
आज भी वही प्यास है
गिरकर उठ कर चलने का वही एहसास है
बस फर्क इतना के समय मुट्ठी में कम है
पर आज खुद से ज्यादा लड़ने का दम है
है निशान मेरे तन पर खंजर के
वही निशानी मुझको मैं में मैं बनाती है
आती है झरोखों से रोशनी
 जो अंधेरे में जुगनू से ख्वाब लाती हैं please share more and more
झरोखों से रोशनी आती है
आती है झरोखों से रोशनी
जो अंधेरे में जुगनू से ख्वाब लाती है
जो जंजीरे अंधेरों को जकड़े बैठी हैं
वही जंजीरे आसमान में उड़ाती हैं
है तो चप्पल पैरों में
वो समय से पहले ही घिस गई है
पर है मेहनत मैं वो लिबाज
जिसके आगे सारी मुसीबतें पीस गई है
आज भी वही प्यास है
गिरकर उठ कर चलने का वही एहसास है
बस फर्क इतना के समय मुट्ठी में कम है
पर आज खुद से ज्यादा लड़ने का दम है
है निशान मेरे तन पर खंजर के
वही निशानी मुझको मैं में मैं बनाती है
आती है झरोखों से रोशनी
 जो अंधेरे में जुगनू से ख्वाब लाती हैं please share more and more
anjalipoetry1595

anjali talks

New Creator