वो लफ़्ज़ दोहराता गया अपने वो दर्द भी दिखाता गया अपने कहानी सी ना बन जाए उसकी बातें इसलिए हर सबूत भी दिखाता गया अपने अंदर तक टूटा हुआ था वो आंसूओं का भी कोई पता नहीं था कुछ ग़लत नहीं बोला वो दोस्ती के फ़र्ज़ निभाता गया अपने ना कोई इरादा ग़लत था उसका बस किसी की मदद करने का गुनाह ही किया था अगर ये गुनाह था फ़र्ज़ उसने अपना अदा किया था थोड़ा तो इंसाफ उसके परिवार को दिला दो वो अपनी हर बात साफ साफ़ कहकर गया था justice 4 Aman bisla ©Drx. Mahesh Ruhil #justiceforamanbaisla #Nojoto