यार मेरा आवारा सा आवारगी उसकी मेरा सुकून। ......१ एक रूहानियत सी खुशबू है उसके किरदार में हर दफा याद करें ये दिल हर दफा प्यार कर बैठे उसके आवारगी ओसे। दिल की नादानियों से पढ़िए गा लफ्जो के जस्बात रूबरू होंगे। . . . .