Nojoto: Largest Storytelling Platform

गुलाबों सी महक, गुलाबी तू हुस्नपरी। लगती हो लाज़बाब

गुलाबों सी महक, गुलाबी तू हुस्नपरी।
लगती हो लाज़बाब, जैसे धूप सुनहरी। ♥️ आइए लिखते हैं दो मिसरे प्यार के। 😊

♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें। 💐

♥️ केवल 2 पंक्ति लिखनी हैं और वो भी प्यार की।

♥️ कृपया स्वरचित एवं मौलिक पंक्तियाँ ही लिखें।
गुलाबों सी महक, गुलाबी तू हुस्नपरी।
लगती हो लाज़बाब, जैसे धूप सुनहरी। ♥️ आइए लिखते हैं दो मिसरे प्यार के। 😊

♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें। 💐

♥️ केवल 2 पंक्ति लिखनी हैं और वो भी प्यार की।

♥️ कृपया स्वरचित एवं मौलिक पंक्तियाँ ही लिखें।