ठहरी साँसे लिए जहाँ को निहारती मैं तसव्वुर करती हूँ, खुला आसमां, चाँदनी रात ख़ुद को आज़ाद मैं तसव्वुर करती हूँ। काश ऐसी कोई रात हो, मुझे चंदा तेरा साथ हो, मैं, बेखौफ़, खुला आसमां, मेरी ख़ुद से कुछ मुलाक़ात हो। #चंदा