चाहत बता देते तो क्या चाहत होती..... उन्हें कोनसा हमारी बातों की आदत होती....!! हुई पहचान फिर दोस्ती और फिर दुश्मनी साहब..... मोहब्बत आसान होती तो कितनी राहत होती...!!!! अर्पित द्विवेदी #YourQuoteAndMine Collaborating with भावना मनाच्या ...