वादा उसी से करना, जो अपने वादों को निभाये, प्रेम उसी से करना, जो तेरी मूरत दिल में बसाये। दूर उससे रहना, जो सिर्फ बातों से तुम्हें भरमाये, इंतज़ार उसका ही करना, जो लौट कर वापस आये। उसे पराया कभी ना करना, जो अपना तुम्हें बनाये, गठबंधन उसी से करना, जो दिल से तुम्हें अपनाये। 🌀A challenge by Collab Zone🌟 ✔️समय - 5 May शाम 5 बजे तक ✔️ 4-6 पंक्तीयो में ही रचना लिखनी है । ✔️Collab करने के बाद कमेंट में done लिखना है । वरना हमारी नजरों से आपकी रचना छूट सकती हैं ।