लिख लिख कर मेरा नाम तुम भी तो मिटाया करती थी, तुम्हें सच में मोहब्बत थी या बस यूंही दिखाया करती थी,, चाहत नहीं तुम्हें तो मैंने अपनी जिंदगी बताया था, तुम भी तो मुझे अपनी जाना बताया करती थी !! क्या गलती सिर्फ़ मेरी ही थी, तुम भी तो मुझे कितनी बार आजमाया करती थी,, हां मैं हंसता बहुत हूं, लेकिन तुम भी तो मुझे हंसता देख खुश हो जाया करती थी,, तुम कितना शर्माती थी, लेकिन प्यार तो तुम भी जताया करती थी,, सच बताओ.... तुम्हें सच में मोहब्बत थी या बस यूंही दिखाया करती थी !! #Harsh #Massage #Poetry #Hindi