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इंसान को आख़िर इंसान से ही ख़तरा है तभी तो सरहदे बनत

इंसान को आख़िर इंसान से ही ख़तरा है तभी तो सरहदे बनती है । 
बेजुबान परिन्दे तो आज भी सभी हदों को पार कर बेख़ौफ़ उड़ा करते है । #noborder
इंसान को आख़िर इंसान से ही ख़तरा है तभी तो सरहदे बनती है । 
बेजुबान परिन्दे तो आज भी सभी हदों को पार कर बेख़ौफ़ उड़ा करते है । #noborder