मैं आज़ाद हूं पर अब चाहती हूं ख़ुद को क़ैद करूं, ऐ ख़ुदा! मैं अपनी आबरू के लिए किसे मुस्तैद करूं। ©Khushi Kandu #justiceforabhya #kolkatarapecase #khushikandu #khushithought