मैं एक खुली क़िताब नहीं बनना चाहती जिसे हर कोई आसानी से पढ़ ले क्यूंकि अकसर ज़ब कोई हमें आसानी से पढ़ लेता हैं तब वो क़िताब के कुछ पन्नो को खाली छोड़ जातें हैं जिन पन्नो में,मैं लिखती उसके और अपने साथ को मग़र अकसर वो पन्ने कोरे रह जाते हैं। ©nikita kothari #kitaabein #MeriKitaab #Meridairy