"ना_करना" किसी की याद को इतना दीवाना ना करना, किसी की बात को कभी बहाना ना करना, वो बदलेगा जो बदला है फ़िर से तुम देखना, किसी इंसान को अपना ज़माना ना करना, रही ये बात कि मै क्या हूँ, और क्या बन जाऊंगा, तेरा महबूब हूँ और एक फसाना बन जाऊंगा, तू दिल थाम कर मेरी इक बार तो राह तक लेना, मै गर लौटा भी तो फ़िर से मुझे स्वीकार ना करना, जब मिलो तुम मुझको तो कुछ बात तो होगी, दिवानी दिन जो निकला है तो फ़िर से रात भी होगी, वो तारे भी तो रोएंगे जो हम दो से हँसते थे, भले कुछ वक़्त ले लेना दूरी हर बार ना करना, सजा तो इक ये काफि है कि तू नही मेरा, सुना ना प्यार मे मैंने बिगाडा क्या था फ़िर तेरा, हो गयी क्यूँ ख़फ़ा मुझसे मुझे भी इल्म तो कुछ हो, जो मालूम हो तुमको तो फ़िर बहाना ना करना, गर याद हो मेरी तो याद कर लेना, मेरे हर दर्द की खुदसे फरियाद समझ लेना, ले लेना नाम मेरा जो हिचकियाँ आ जाये तुमको तो, मगर इस बार जो लौटो तो कभी इंकार ना करना कभी इंकार ना करना.......... 🙃 -shiva #na_karna🤐🤐