इतनी रात गए क्यूँ जाग रहे हो किसी का इन्तज़ार कर रहे हो या दिन भर की दौड धूप से थक कर कुछ क्षण अपने लिए चुन रहे हो ये आंखें क्यूँ नम है ज़िन्दगी से हार रहे हो या कल की जाद्दोजहद के लिए फिर से खुद को कस रहे हो क्या मै तेरे दिल पर हाथ रखुं दर्द तेरे सारे अपने दिल में भर लूँ इक बार इजाज़त दे तो ये ज़िन्दगानी तेरे नाम कर दूँ ..सुमन रुहानी इतनी रात गए #raatgaye #collab #yqbhaijan #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Bhaijan