तुम बिन हूँ , अधूरा ! तन्हा प्यासा। फिर रहा हूँ , आंखों में भर निराशा। तुम ही हो मेरी आशा ...2 दर -दर भटकता हू , तुम्हारी तलाश में, बन गया हूं तुम्हारे प्यार का विस्मिल। मन की मन्नत हो ,तुम ख्वाबों की जन्नत हो तुम। तुम हो तो मैं हूँ , मैं हूँ तो तुम । तुम बिन हूँ ...... कई बरस बीते , यूँ ही तन्हा जीते -जीते । हर पल तुमको याद किया, गमों को पीते -पीते । अब तुम्ही बताओ , ये लम्बी रातें कैसे बीते....2. तुम बिन हूँ अधूरा .... जीवन के हर मोड़ पर, गली के हर छोर पर तुमसे मिलन की आश रहेगी। शायद ! उस रोज मिलो तुम ,जब में शिखर पर रहूं। तुमसे मिलन के आश की यह अविरल धारा, सदा मन में बहती रहेगी। तुम बिन.........✍️ सुभाष #loverboy #lovepoems #qoutsaboutlife #writers #fallinlove #journyoflife