#बडी जीदी `बडी जीदी थी वो, हर बार हर बात पे हट पर आजाती थी, मे घर से बाहर जाता, और वो छत पर आजाती थी, और बातो का सिलसिला टूट ने दिया नहीं उसने, हाथ में फोन ना हो तो, वो खत पे आजाती थी... ©Ruchit Valand #जीदी