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बचपन के सपने जितनी खामोशी से उठ रहीं हूं उतने रिश

बचपन के सपने  जितनी खामोशी से उठ रहीं हूं
उतने रिश्ते खो रही हूं #BachpanKeSapne
बचपन के सपने  जितनी खामोशी से उठ रहीं हूं
उतने रिश्ते खो रही हूं #BachpanKeSapne