बिखरे जो हम वजह है, बस्ती ये तुम्हारी हँसती है आज हमपे , हस्ती ही हमारी हालात मेरे देखे , हाँ लात ऐसी मारी कल लाख अपना कहना , तुम खोके हिस्सेदारी हर रात अश्क बहते , जब याद हो तुम्हारी खुदगर्ज़ निकली तुम भी , क्यूँ बेरुखी है जारी बिखरे जो हम वजह है , बस्ती ये तुम्हारी हँसती है आज हमपे हस्ती ही हमारी मनोगुरु #nojoto #nojotohindi #nojotoemotionalhindiquotestatic #nojotolove #love