हर ख़्वाब में "माँ" समायी हर ख़याल में "माँ" मन के अनगिनत सवालों का जवाब हैं "माँ" निराशा में भी रोशन आशा की किरन है "माँ" अँधियारी इन राहों में,मेरी मार्ग दर्शक है "माँ" अच्छे-बुरे हर "ज़ज्बात" की तिजोरी है "माँ" साँसे भी और जिंदगी, सारी खुशियां हैं "माँ" 🌷सुप्रभात🌷 🔴 प्रतियोगिता संख्या - 01 ... 🔴 शीर्षक - माँ ... 🔴 सुंदर शब्दों से छ: पंक्तियों में रचना लिखें ...