जन्मो जन्मों के बंधन तोड़ दिए पूर्ण तरह मुक्त हुई,,, जन्मो जन्मों के बंधन तोड़ दिए पूर्ण तरह मुक्त हुई,,,? इस देह की वासना ने मन से जोड़ा तन मिट जाने के बाद जो शेष रह जाता है,,, वह मन और मन में बहती भावनाएं यह भावनाएं कहाँ मुक्त हो पाती हैं पूर्ण तरह,,,