Bharat Ratna जब जब देश का अन्न दाता ऋण में दब जाता है अपनी इज़्ज़त की खातिर शूलि पर चढ़ जाता है तब तब देश का उद्योगपति भगवा हो जाता है उन अन्न दाता की मेहनत विदेशों में लुटाता है जब मूक दर्शक बन जाते है नेता हमारे भी पक्ष विपक्ष खेल दिखाते बन्दर और मदारी भी दोनों ने सत्ता की खातिर किसान स्वयं को बोल दिया घड़ियाल के आंसू बहा रिश्ता उनसे जोड़ लिया भूपेंद्र रावत #जब जब देश का अन्न दाता ऋण में दब जाता है अपनी इज़्ज़त की खातिर शूलि पर चढ़ जाता है तब तब देश का उद्योगपति भगवा हो जाता है उन अन्न दाता की मेहनत विदेशों में लुटाता है जब मूक दर्शक बन जाते है नेता हमारे भी पक्ष विपक्ष खेल दिखाते बन्दर और मदारी भी दोनों ने सत्ता की खातिर किसान स्वयं को बोल दिया