निकल सके कभी भी, किसी गली में कहीं भी गुस्ताख़ गलियों में ऐसा मक़ाम चाहिए वो बहन हो मेरी या हो बेटी किसी गरीब की जो दे सबको सम्मान वो आवाम चाहिए #jnv_satna #navodayan #thesilentpen #Stoprape #justiceforrapevictims #Stoprape