तुम्हारे शहर का मौसम सुहाना लगे। मैं एक शाम चुरा लू अगर बुरा ना लगे।। और तुम्हारे बस में अगर हो तो भूल जाना मुझे । तुम्हे भुलाने में शायद मुझे ज़माना लगे।। #irrfankhan #कुमारRavi