वक़्त अपने वक़्त पर आता है और अपने वक़्त पर चला जाता है, पर फिर भी हम तय करते हैं कुछ दिन जहां एक दिन हमें उसे अलविदा कहना है और दूसरे दिन उसका स्वागत करना है, यूं ही वक़्त को नए और पुराने में बांटना है अपने जीवन को अपनी बातों को हिस्सों में संभाल के रखना है, फिर उन्हीं को नए पुराने किस्से बनाकर सुनाना है, कुछ शुरू कर सके कुछ खत्म कर सकें उसके लिए वक़्त को सीमा रेखा बनना है, आज साल का आखिरी दिन बनकर कल एक नया साल उसे बनना है। 🧡⏳⏳🧡 #newyeareve #goodbye2021 #lastday #time #waqt #timekeepswalking #hindipoems #grishmapoems