है.... मैं, कभी समय मिले, तो उन बूढ़े लोगो का हाल पूछ (उनकी तरफ भी देख लेना -2)... है.... मैं, कभी अपने लिए ब्रांडेड कपड़े लाने से पहले उन गरीब निर्वस्त्र (बच्चो की ओर देख लेना -2)... है.... मैं, कभी नई कार लाने से पहले उस जमी आसमां के बारे में भी सोच लेना (जिसके बीच तुम रहते-2)... है.... मैं, कभी पक्का मकान बनाने से पहले सहज (पानी के बारे में भी सोच लेना -2).... है.... मैं, कभी थाली में झूठन छोड़ने से पहले उस(सूखे पेट के बारे में भी सोंच लेना -2)... है.... मैं, कभी नंबरों में उलझने से पहले (सही शिक्षा पर भी ध्यान दे लेना -2).... है.... मैं, कभी खुद के रोटी, कपड़ा, मकान से अलग (दूसरों के बारे में सोच लेना -2)... है.... मैं, कभी सहेजने से मुक्ति मिले तो ( बांटने पर भी गौर कर लेना -2)... है.... मैं, कभी socialize से ध्यान हटाकर (Characterize पर भी ध्यान लगा लेना -2).... है.... मैं, कभी दूसरों से निगाह मोड़ (अपने अंदर देख लेना -2) mein