कुछ काम के दिखते थे पर नाकाम थे कुछ थे ऐसे भी जो मेरा अभिमान थे कुछ थे उजङे चमन जैसे कुछ मेरे लिए गुलिस्तान थे #opensky #stranger0403 #sayariinhindi #gulzarsayari #writersofinstagram