ना कल हम होंगे, न ये समा होगा, सिर्फ सिमटी हुई यादों का सिलसिला होगा! जो वक्त मिला है आओ इसे खुलकर जी ले; न जाने कल किस्मत का क्या फैसला होगा! सब्बा कहर बोलकर सो रहे हैं ; पर यह वादा नहीं कि कल सवेरा होगा! अनजानी डगर पर चल रहा हूं मुसाफिर सा, हाथ थाम लो तो ये दिल तुम्हारा होगा! मेरे दिल की गहराइयों में झांको तो सही एक बार; फिर ना कोई सवाल दिल में होगा! मुझसे मिलकर, तुम्हारा दिल आबाद हो या ना हो; वादा है हमारा हर दिन शादाब होगा! न जाने कल किस्मत का क्या फैसला होगा! ©Raghunath Mohanpuriya #मोहब्बत #yaadein #सिद्दत #इन्तजार #इजहारे_इश्क़ #Lumi