ऐ हसरत-ए-समां तेरी ख़ामोशी ही अच्छी हैं अंदाज़-ए-गुफ्तगू अब अन-बन पैदा कर देती हैं। ©Kishor ऐ हसरत-ए-समां तेरी ख़ामोशी ही अच्छी हैं अंदाज़-ए-गुफ्तगू अब अन-बन पैदा कर देती हैं #Joker #Kishor #kishorpoetry #nandsugandh #nandkishorjha