भूल के सारे शिकवे गीले मौसम ऐक सुहाना ढूंढ लेना। अबके अष्टमी तूम भी खुद का कान्हा ढूंढ लेना।। बनके गोपी तुम कान्हा की कितना खुश हो जाओगी । वो सागर से भी गहरा प्रेम कर क्या मीरा बन पाओगी।। फिर मीरा बन श्याम से मिलने का बहाना ढूंढ लेना। अबके अष्टमी तुम भी खुद का कान्हा ढूंढ लेना।। kvh कान्हा #Krishna #जन्माष्टमी #nojoto