कल ही की बात है मैंने टेलीविजन पर एक विज्ञापन देखा , जिसमें कुछ स्कूली बच्चों को दिखाया गया , वह किसान जैम का विज्ञापन था ! जिसे बहुत ही सुन्दर तरीके से फिल्माया गया था ! और बताया गया था की , अगर आपके बच्चे लंच नहीं खाते हैं , तो उन्हे किसान जैम खाने की चीजों के साथ लगाकर दिया जाये , तो बच्चे पूरा लंच खा लेंगे ! विज्ञापन देखकर मेरी श्रीमती जी की खुशी का ठिकाना न रहा , उन्हे रास्ता मिल गया अपने बच्चों को भरपेट भोजन कराने का ! श्रीमती जी ने तुरंत एक भूमिका बाँधते हुये मुझे आदेश किया , सुनो जी तुम्हारा क्या तुम तो रोज सुबह से आफिस चले जाते हो , और तुम्हारे इन बच्चों को खाना खिलाने के लिये मुझे कितना परेशान होना पड़ता है ! तो कल आफिस से आते वक्त्त किसान जैम का एक बड़ा डिब्बा लेते आना ! मैंने हाँ में गर्दन हिलाई और सो गया , पर मुझे नींद न आई मेरे दिमाग में एक विचार चलने लगा ! मैं सोच रहा था कि एक गरीब के बच्चे कैसे भरपेट खाना खाते हैं ! या शायद उन्हे इन चीजों का पता ही नहीं होता ! क्योंकि उनके यहाँ टेलीविजन ही नहीं होता , मैं अब तक समझ नहीं पा रहा था , कि ऐ टेलीविजन हमें और हमारे बच्चों को बिगाड़ रहा है , या शिक्षित कर रहा है !! टेलीविजन कल ही की बात है मैंने टेलीविजन पर एक विज्ञापन देखा , जिसमें कुछ स्कूली बच्चों को दिखाया गया , वह किसान जैम का विज्ञापन था ! जिसे बहुत ही सुन्दर तरीके से फिल्माया गया था ! और बताया गया था की , अगर आपके