सांसों का पिंजरा किसी दिन टूट जाएगा ये मुसाफिर किसी राह में छूट जाएगा। अभी जिन्दा हूँ तो बात कर लिया करो क्या पता कब हमसे खुदा रूठ जाएगा।। mister akela sanson ka pinjra