ना डरा था ना डरूंगा...... मैं हँस हँस कर सूली चडूंगा.... ये दुश्मन ताक़त वाले है.... पर अपने हौसले भी मतवाले है..... रोक ना पायंगे मेरे बाद इस तूफान को..... बनके इंकलाब मैं हर लहू में बहूँगा..... जिसको लटका रहे है सूली पर गोरे.... उनसे कहो मैं भगत हूँ ना मरा था ना मरूँगा....... #अनिल_दुआ_अन्नू ©anil dua #अनिल_दुआ_अन्नू #Shaheedi_diwas