अब के बरस ऐसे मिलना कि मैं आबाद हो जाऊं गंगा-यमुना का संगम होकर इलाहाबाद हो जाऊं तुम आकर मिल जाना मुझसे बनकर के लखनऊ चलो अब के बरस मैं तुम्हारा अमीनाबाद हो जाऊं ©Anoop Kumar Mayank Anoop kumar mayank's poetry 😊❤️💫💯 #anoopkumarmayank #anoopindergarh