बुद्धियुक्तो जहातीह उभे सुकृतदुष्कृते। तस्माद्योगाय युज्यस्व योगः कर्मसु कौशलम्।। ---श्रीभगवानुवाच (श्रीमद्भगवद्गीता○||२.५०||) ©अमित #श्रीमद्भगवद्गीता #श्रीभगवानुवाच #योग #कर्म #कौशल #अमित_निश्छल