अजब,गज़ब है मेरी *मोहब्बत* का अफसाना, मेरी मोहब्बत में हो गया हूं मैं दीवाना, मुझे ख़ून देने से जाने कब मोहब्बत हो गई, ख़ून देना मेरी आदत ही नहीं लत हो गई, अनगिनत मरीज़ थे जिन्हें ख़ून दिलवाया, ख़ून देने दिलाने को ही जीने का मक़सद बनाया, ख़ून देने का 25 साल में शतक भी लगाया, इस मोहब्बत को *इश्क* के मुकाम पहुंचाया, मेरी मोहब्बत का ये अजब गज़ब अफसाना, शायद इसीलिए मुझे पागल कहता है ज़माना 😀😂 प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए कलमकार-की- तलाश✍✍ का followers होना अनिवार्य है अन्यथा आपकी रचना स्वीकार नही की जायेगी । 👉 Collab पुर्ण करने के पश्चात दिए हुए पेज में comment में Done लिखकर ही mention करे , अन्यथा मान्य नही होगा । 👉 कृपया एक रचनाकार द्वारा एक ही comment किया जाए । 👉 कृपया एक प्रतियोगी एक ही एक ही रचना करे, अन्यथा आपकी रचना अमान्य कर दी जाएगी ।