गिर के फिर संभलने का, मज़ा ही कुछ और है , अपने पैरों से चलने का, मज़ा ही कुछ और है ! प्यार में चोट खाने का अफसोस न करो दोस्त, #मोहब्बत में बिछड़ने का, मज़ा ही कुछ और है ! Maza hi kuch aur hai