तेरे मिलावटी इश्क से तो दिल की दूरियां ही अच्छी हैं इस ज़माने की झूठी तसल्लियों से तो मेरी मजबूरियां ही अच्छी हैं दर्द को कब परवाह कि तुम कांटा या ग़ुलाब हो झूठ की मीठी ख़ुराक से तो सच की कड़वी गोलियां ही अच्छी हैं #myquote #झूठा_इश्क #जिंदगी #प्यार #मजबूरियाँ #इश्क़ #सच #शायरी