Nojoto: Largest Storytelling Platform

नवंबर में देह ठंड से नही, दुखों से ठिठुरती है म

नवंबर  में देह
 ठंड से नही, 
दुखों से ठिठुरती है
मुझे एक टुकड़ा धूप नहीं
एक टुकड़ा प्रेम चाहिए ।

©बांके बिहारी November
नवंबर  में देह
 ठंड से नही, 
दुखों से ठिठुरती है
मुझे एक टुकड़ा धूप नहीं
एक टुकड़ा प्रेम चाहिए ।

©बांके बिहारी November